फेडरेशन के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी, जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे और ट्रेजरार गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव (संजू भाई) के मुताबिक, ‘इस बाबत हम लोगों ने पहले ही लीगल नोटिस उन्हें भेजा हुआ है। मगर राम गोपाल वर्मा ने न तो टेक्नीशियनों या वर्करों का बकाया पैसा दिया गया और न ही हमारे पत्र का सटीक जवाब दिया।’
एफडब्लूआइसीई की ओर से राम गोपाल वर्मा को 17 सितंबर 2020 को पत्र लिखकर उन टेक्नीशियनों की पूरी सूची और बकाया राशि का विवरण उन्हें दिया गया था। इस बारे में कई अन्य बार भी राम गोपाल वर्मा को एफडब्लूआइसीई ने पत्र लिखा लेकिन उन्होंने पत्र को लेने से ही इनकार कर दिया।
बीएन तिवारी के मुताबिक, ‘हमें बीच मे पता चला की कोरोना कॉल में भी राम गोपाल वर्मा अपने एक प्रॉजेक्ट की शूटिंग कर रहे हैं, जिस पर हमने गोवा के मुख्यमंत्री को भी 10 सितंबर 2020 को पत्र लिखा था। हम चाहते थे कि राम गोपाल वर्मा गरीब टेक्नीशियनों, कलाकारों और वर्करों के बकाए राशि का भुगतान करें मगर राम गोपाल वर्मा ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जिसके बाद मजबूरी में उनके साथ भविष्य में काम नहीं करने का निर्णय लिया गया। इस बारे में इम्पा और गिल्ड तथा सभी प्रमुख यूनियनों को सूचित कर दिया गया है।’
बता दें कि राम गोपाल वर्मा ने ‘सत्या’, ‘रंगीला’, ‘आग’, ‘कंपनी’, ‘सरकार’, ‘निःशब्द’, ‘भूत’, ‘दौड़’ आदि जैसी कई चर्चित फिल्मों को निर्देशित किया था। ने इनमें से ज्यादात्तर फिल्मों का निर्माण भी किया था।