बताया जा रहा है कि 21 साल का यह युवक बेंगलुरु में इंजिनियर है। पिछले साल अप्रैल में वह लखीमपुर की किशोरी से ऑनलाइन संपर्क में आया था। अभी किशोरी का बर्थडे था इसलिए वह उससे मिलने आया था। इसलिए उसने फ्लाइट बुक की, एक सॉफ्ट टॉय, चॉकलेट और मिठाइयां लेकर लखनऊ पहुंचा। जब वह लड़की के घर पहुंचा और लड़की के घर वालों को उसकी असलियत पता चली तो पड़ोसी इकट्ठे हो गए, हिंदूवादी संगठन के लोग भी आ गए।
जबरन धर्म परिवर्तन का आरोप इन लोगों ने युवक को पीटना शुरू किया, किसी ने पुलिस को फोन कर दिया। उन्होंने जोर दिया कि यह जबरन धर्म परिवर्तन का मामला है। सदर कोतवाली के एसएचओ सुनील कुमार ने बताया, ‘जब उसे पुलिस स्टेशन लाया गया तो उसके पास से 1500 रुपये और टिकट मिला। उसने बताया कि वह देवरिया का है और लड़की से मिलने आया था।’
एसएचओ ने हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘लड़की के परिवार ने बताया कि उन्हें युवक से खतरा है लेकिन वे शिकायत दर्ज नहीं करना चाहते।’ लेकिन हिंदूवादी संगठनों की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया। एसएचओ ने आगे कहा, ‘चूंकि रात हो चुकी थी इसलिए उसे थाने में रखा सोमवार को उसे कोर्ट ने रिहा कर दिया।’