बाइडन के शपथग्रहण समारोह पर संकट के बादल, ट्रंप ने वॉशिंगटन में लगाया आपातकाल

वॉशिंगटन
अमेरिकी राष्ट्रपति और के बीच जारी विवाद रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ट्रंप ने अपने खिलाफ आज अमेरिकी संसद में पेश किए गए महाभियोग के बाद राजधानी का ऐलान कर दिया है। वॉशिंगटन में 20 जनवरी को उनके प्रतिद्वंदी जो बाइडन राष्ट्रपति पद की शपथ लेने वाले हैं। ऐसे में ट्रंप के आपातकाल के ऐलान पर भी जमकर सियासी घमासान छिड़ने की आशंका है।

जो बाइडन के शपथग्रहण समारोह पर संकट के बादल
ट्रंप ने वॉशिंगटन में आपातकाल का फैसला बाइडन के 20 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह से पहले और उस दौरान हिंसा होने की आशंका को लेकर लिया है।राजधानी में ट्रंप समर्थकों की हिंसा को लेकर स्थानीय पुलिस एवं संघीय जांच अधिकारी भी चिंता जता चुके हैं। अब 20 जनवरी को होने वाले जो बाइडन और कमला हैरिस के शपथग्रहण समारोह पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।

24 जनवरी तक जारी रहेगा आपातकाल
सोमवार को जारी एक बयान में वाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति के इस कदम से गृह मंत्रालय (डीएचएस) और संघीय आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी (फेमा) को राहत प्रयासों का समन्वय करने की अनुमति मिल गई है। ताकि, स्थानीय लोगों के समक्ष आपातकाल के कारण आने वाली कठिनाइयों को कम किया जा सके। वाशिंगटन डीसी में आपातकालीन घोषणा सोमवार से प्रभावी हो गई, जो 24 जनवरी तक लागू रहेगी।

अमेरिकी संसद पर हमले के बाद से निशाने पर हैं ट्रंप
ट्रंप ने यह घोषणा ऐसे समय में जारी की है, जब पिछले सप्ताह उनके समर्थकों की भीड़ ने कैपिटल बिल्डिंग (अमेरिकी संसद भवन) पर हमला कर दिया था। इस हमले से राष्ट्रपति तथा उपराष्ट्रपति के पदों के लिए जो बाइडन एवं कमला हैरिस के निर्वाचन को सत्यापित करने की प्रक्रिया बाधित हुई। इस दौरान हुई हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी।

इसलिए जारी किया गया आपातकाल
वाइट हाउस के अनुसार, आपातकालीन घोषणा आवश्यक आपातकालीन उपायों के लिए उचित सहायता भी प्रदान करती है। इसके तहत लोगों की जान बचाने और संपत्ति और सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा की रक्षा के लिए उपाए किए जाएंगे। इसके तहत विशेष रूप से, फेमा को आपातकाल के प्रभावों को कम करने के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के लिए अधिकृत किया गया है।

संघीय कोष से की जाएगी वॉशिंगटन की सुरक्षा
बयान में कहा गया है कि आपातकालीन सुरक्षा उपाय, प्रत्यक्ष संघीय सहायता तक सीमित हैं, जिसके लिए 100 प्रतिशत धन संघीय कोष से प्रदान किया जाएगा। डीएचएस के थॉमस जे फारगियोन और फेमा के प्रशासक पीट गेनोर प्रभावित क्षेत्र में अभियान संचालन के लिए संघीय समन्वय अधिकारी हैं।

एफबीआई और नेशनल गार्ड्स जता चुके हैं हिंसा की आशंका
एफबीआई ने कैपिटल बिल्डिंग में पिछले सप्ताह हुई हिंसा के बाद अब आगाह किया है कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के कार्यभार संभालने के कुछ दिन पहले उसे वाशिंगटन सहित सभी 50 राज्यों की राजधानियों में हथियारबंद प्रदर्शन आयोजित करने की खबरें मिली है। यूएस नेशनल गा्र्डस ब्यूरो ने भी अगले सप्ताह दंगों की आशंका को लेकर आगाह किया है।

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