औद्योगिक उत्पादन नवंबर में 1.9 प्रतिशत घटा, 2 महीने बढ़ने के बाद फिर आई गिरावट

नई दिल्ली
विनिर्माण और खनिज क्षेत्र के कमजोर प्रदर्शन के चलते नवंबर माह में औद्योगिक उत्पादन में एक साल पहले के मुकाबले 1.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। दो महीने बाद औद्योगिक उत्पादन फिर संकुचित हुआहै। आधिकारिक आंकड़ों में मंगलवार को यह जानकारी दी गई। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में 77.63 प्रतिशत के भारांश वाले विनिर्माण क्षेत्र में नवंबर माह में 1.7 प्रतिशत गिरावट रही। खनन क्षेत्र का उत्पादन 7.3 प्रतिशत घटा है।

समीक्षागत माह में बिजली उत्पादन 3.5 प्रतिशत बढ़ा। नवंबर 2019 में औद्योगिक उत्पादन में 2.1 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई थी। कोविड- 19 महामारी फैलने और उसके रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन के बाद मार्च-2019 में औद्योगिक उत्पादन में 18.7 प्रतिशत की गिरावट आई थी। उसके बाद से अगस्त 2020 तक इसमें गिरावट जारी रही। इस साल सितंबर में औद्योगिक वृद्धि 0.48 प्रतिशत के साथ गिरावट के दौर से उबरी।

अक्टूबर में वृद्धि का संशोधित आंकड़ा 4.2 प्रतिशत (रिपीट 4.2 प्रतिशत) रहा।प्रारंभिक आंकड़ों में अक्ट्रबरमें औद्योगिक वृद्धि 3.6 प्रतिशत वृद्धि बताई गई थी। सरकार ने 25 मार्च 2020 को कोविड- 19 महामारी को फैलने से रोकने के लिये देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया था। इसके बाद प्रतिबंधों में धीरे धीरे ढील दिये जाने के बाद से आर्थिक गतिविधियों में सुधार दिखने लगा और इसके साथ ही विभिन्न संकेतकों को लेकर आंकड़ों की रिपोर्टिंग में भी सुधार आया।

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने एक वक्तव्य में यह कहा है। मंत्रालय ने इसके साथ ही यह भी कहा है कि महामारी के बाद के महीनों के आईआईपी आंकड़ों की उससे पहले के आंकड़ों के साथ तुलना करना उपयुक्त नहीं होगा। विनिर्माण क्षेत्र में हालांकि, नवंबर 2019 में तीन प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। वहीं खनन क्षेत्र का उत्पादन नवंबर 2019 में 1.9 प्रतिशत बढ़ा था लेकिन बिजली उत्पादन पांच प्रतिशत घटा था।

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