नयी दिल्ली, तीन दिसंबर (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय की इकाई एपीडा, बाजरा, मोटे अनाज और इससे बने उत्पादों के निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए भारतीय मोटे अनाज शोध संस्थान (आईआईएमआर) और अन्य अंशधारकों के साथ मिलकर एक रणनीति तैयार कर रहा है। बृहस्पतिवार को जारी एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गई है। वाणिज्य मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है, ‘‘”एपीडा (कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण) पांच वर्षो (2021-2026) की अवधि के लिए बाजरा और मोटे अनाजों के उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने का एक कार्य योजना तैयार कर रहा है ताकि सभी संबंधित अंशधारकों को समयबद्ध ढंग से लक्ष्य हासिल करने के लिए जरूरी समय मिले।” इस प्रक्रिया में शामिल अन्य अंशधारकों में राष्ट्रीय पोषण संस्थान और किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) शामिल हैं। बाजरा आमतौर पर छोटे बीज वाली अनाज होती हैं जिन्हें उच्च पोषक तत्वों की उपस्थिति के लिए जाना जाता है। एक अलग बयान में, मंत्रालय ने कहा कि एपीडा और नाबार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) ने कृषि क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।