बुधवार को आप विधायक की जमानत को लेकर उनके अधिवक्ता रुद्र प्रताप सिंह मदन और संतोष पांडेय कोर्ट पहुंचे। एमपी-एमएलए कोर्ट के जज पीके जयंत ने सुनवाई शुरू की तो अभियोजन के जरिये पूर्ण वांछित अभिलेख पेश नही किए जा सके। सरकारी वकील दान बहादुर वर्मा ने कोर्ट से अतिरिक्त समय देने की मांग की अर्जी दी। तर्क रखा कि विधायक के गृह जनपद और अन्य स्थानों पर दर्ज मुकदमों का ब्यौरा जमा किया जा रहा। उधर सोमवार को रायबरेली में स्याही कांड के बाद विधायक और पुलिस में हुई नोंक-झोंक व अन्य मामलों में दर्ज केस में पुलिस ने आप विधायक का रिमांड लेने की अर्जी दाखिल की। इस पर कोर्ट ने वारंट-बी जारी किया है।
ये है पूरा मामला
बता दें कि गत शनिवार को आप विधायक ने अमेठी में मीडिया को बयान दिया था कि, ‘यूपी के अस्पतालों में बच्चे तो पैदा हो रहे हैं, लेकिन कुत्तों के बच्चे पैदा हो रहे हैं।’ इस मामले में रविवार रात जगदीशपुर के हरपालपुर निवासी शोभनाथ साहू की तहरीर पर पुलिस ने विधायक पर एफआईआर दर्ज किया था। वहीं, रायबरेली पुलिस ने विधायक और उनके 15-20 समर्थकों पर सोमवार को एफआईआर दर्ज किया था।