सीमा विवाद पर भारत से बातचीत को बेकरार हैं पीएम ओली, आज दिल्ली पहुंच रहे नेपाली विदेश मंत्री

काठमांडू
नेपाल में जारी सियासी संग्राम के बीच प्रधानमंत्री ने अपने खास सिपाहसलार को भारत रवाना कर दिया है। नेपाली विदेश मंत्री तीन दिवसीय भारत यात्रा के दौरान नेपाल-भारत संयुक्त आयोग की छठी बैठक में हिस्सा लेंगे। इसके अलावा वे र भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ कोविड-19 पर सहयोग एवं सीमा विवाद समेत संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

दो तरफा राजनीति कर रहे ओली
नेपाली जनता को रिझाने के लिए पीएम ओली दो तरह की राजनीति को एक साथ कर रहे हैं। रविवार को ही उन्होंने नैशनल असेंबली की मीटिंग में भारत से कालापानी, लिंपियाधुरा और लिपुलेख का कब्जा अपने हाथ में लेने की प्रतिज्ञा दोहराई। माई रिपब्लिका के मुताबिक ओली ने दावा किया है कि सुगौली समझौते के मुताबिक महाकाली नदी के पूर्व पर स्थित ये तीनों क्षेत्र नेपाल के हैं। उन्होंने कहा है कि भारत से कूटनीतिक बातचीत के जरिए इन्हें वापस लिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद से भारतीय सेना जहां तैनात हुई, नेपाल के शासकों ने कभी उन क्षेत्रों को हासिल करने की कोशिश नहीं की है।

भारत-नेपाल संबंधों में सुधार की उम्मीद
माना जा रहा है कि से दोनों देशों के रिश्तों पर जमी बर्फ भी पिघलेगी। मई-जून में नेपाल के नए नक्शे के बाद दोनों देशों में तनाव चरम पर पहुंच गया था। जिसके बाद कोरोना काल में नेपाल ने भारत से लगी अपनी सीमा को भी बंद कर दिया था। जिसके बाद से नेपाल के भारत विरोधी रूख के कारण दोनों देशों के संबंध लगातार खराब चल रहे थे।

भारतीय अधिकारियों के दौरे से सुधरे संबंध
हाल में ही भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ के चीफ सामंत कुमार गोयल ने काठमांडू में नेपाली पीएम ओली से अकेले में मुलाकात की थी। जिसके बाद भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे तीन दिवसीय यात्रा पर काठमांडू पहुंचे थे। इस दौरान उन्हें नेपाली राष्ट्रपति ने सम्मानित भी किया था।नरवणे के दौरे बाद भारतीय विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला भी नेपाल यात्रा पर गए थे। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य होने की उम्मीद जताई जा रही थी।

क्या है भारत नेपाल की संयुक्त आयोग
संयुक्त आयोग दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय वार्ता का सर्वोच्च तंत्र है। बैठक में दोनों देश द्विपक्षीय व्यापार, ऊर्जा, सीमा विवाद तथा कोविड-19 के मुद्दे पर सहायता जैसे अनेक विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे। विदेश मंत्रालय ने पहले एक बयान में कहा था कि संयुक्त आयोग की बैठक में व्यापार, पारगमन, ऊर्जा, सीमा, कोविड-19 सहयोग, बुनियादी संरचना, संपर्क, निवेश, कृषि, पर्यटन, संस्कृति समेत अन्य विषयों पर नेपाल-भारत के द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम पर चर्चा होगी।’

ये नेपाली अधिकारी भी पहुंच रहे दिल्ली
विदेश मंत्री ज्ञवाली अपनी यात्रा में भारत के उच्चस्तरीय पदाधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे। अधिकारियों के अनुसार ज्ञवाली के साथ विदेश सचिव भरत राज पौडयाल और स्वास्थ्य तथा जनसंख्या मंत्रालय में सचिव लक्ष्मी आर्याल भी होंगे।

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