बिहार की राजधानी पटना में इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रुपेश की हत्या के बाद चारों तरफ आक्रोश है। पटना के अलावा छपरा में उनके आवास पर भी मातम पसरा हुआ है। इसी बीच गुरुवार को वहां कुछ ऐसा हुआ जिसने सबका कलेजा कंपाकर रख दिया।
रुपेश की बेटी ने कहा- हत्यारों को पहली गोली मेरी मां मारेगीगुरुवार को छपरा में रूपेश के परिजनों से मिलने पहुंचे सुशील कुमार मोदी से मृतक की बेटी आराध्या लिपटकर रो पड़ी। नन्ही सी बच्ची आराध्या को देख सुशील मोदी की आंखे भी नम हो गई। मृतक की बेटी ने सांसद सुशील मोदी से कहा कि अपराधी पकड़े जाएंगे तो उनको पहली गोली मम्मी मारेगी।
बच्ची ने कहा कि मैं रोई नहीं क्योंकि मम्मी को बुरा लगेगा। उसने कहा कि उसे सिर्फ अपने पिता के लिए इंसाफ चाहिए। राज्यसभा सांसद और सूबे के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रूपेश के गांव संवरी बख्शी पहुंचे थे, जहां उन्होंने परिजनों से मुलाकात करने के बाद कहा कि इंडिगो एयरलाइंस के पटना एयरपोर्ट हेड रूपेश कुमार सिंह के हत्यारे शीघ्र पकड़े जाएंगे, इसके लिए सरकार विशेष कार्य कर रही है। सुशील मोदी ने दिवंगत रूपेश के परिजनों से मिलकर अपनी संवेदना व्यक्त की।
सारण में निकाला गया कैंडल मार्चवहीं इंडिगो मैनेजर रुपेश सिंह मर्डर केस को लेकर आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को रुपेश के गांव वालों ने छपरा के जलालपुर में कैंडल मार्च निकाला। इस दौरान लोगों ने उनकी हत्या के खिलाफ आक्रोश जताते हुए जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की है। इस दौरान हत्यारों को फांसी दो के नारे भी लगे। कैंडल मार्च प्रखंड मुख्यालय से महेंद्र मिश्र चौक तक निकाला गया। कैंडल मार्च में उदय कुमार सिंह, हेम नारायण सिंह, प्रमोद सिग्रीवाल, पंकज सिंह मनोज पांडेय, मुखिया राजेश मिश्रा, राजन तिवारी, भाकपा नेता नागेंद्र राय, कुंदन सर्राफ, रामकुमार मिश्र, शैलेंद्र कुमार सिंह, चुलबुल सिंह भूमिहार, अखिलेश सिंह सहित सैकड़ों युवा मौजूद थे।
रुपेश हत्याकांड में अब तकरुपेश मर्डर केस में पुलिस की तफ्तीश लगातार जारी है। सूत्रों के मुताबिक हत्यारे पटना एयरपोर्ट से ही रुपेश के पीछे लगे थे। लेकिन पूरे रास्ते उनको मौका नहीं मिला और आखिर में रुपेश को उनके अपार्टमेंट के बाहर ही गोलियां मारी गईं। पटना पुलिस की टीम गुरुवार को छानबीन करने के लिए एयरपोर्ट भी पहुंची। एयरपोर्ट पर छानबीन के दौरान सचिवालय डीएसपी राजेश कुमार प्रभाकर ने बताया कि पुलिस को इस केस में कुछ अहम सुराग मिले हैं और इन्हें फिलहाल जाहिर नहीं किया जा सकता। दूसरी तरफ पुलिस को रुपेश की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का भी इंतजार है।
रुपेश मर्डर केस में SIT का गठनपटना में मंगलवार की शाम हुए सनसनीखेज हत्याकांड के बाद सरकार और सिस्टम दोनों पर ही सुलगते सवाल खड़े हो गए हैं। पटना में फायर की गई 15 गोलियों ने बिहार के लॉ एंड ऑर्डर की धज्जियां बिखर दीं। देर रात तक पटना पुलिस के अफसर और जवान सड़कों पर थे लेकिन ये सांप निकल जाने पर लकीर पीटने जैसा था। पटना पुलिस ने इस मामले में SIT यानि स्पेशल इन्वेस्टिगेटिव टीम का गठन कर दिया है। अपराधियों को पकड़ने के लिए 25 से अधिक पुलिस पदाधिकारी जुटे हैं। SIT में रंगदारी सेल के अफसरों को भी शामिल किया गया है।
एक सीसीटीवी में कैद हुए सुराग!रुपेश के अपार्टमेंट के पास ही लगे एक सीसीटीवी कैमरे में एक बाइक पर जाते हुए दो लोग देखे गए हैं। इसके बाद उनकी तलाश पटना पुलिस ने तेज कर दी है। सूत्रों के हवाले से ये जानकारी मिली है। इधर हत्या के बाद रूपेश की कार को भी पुलिस ने जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया है। रुपेश की कार में ही रखे मोबाइल को भी पुलिस लगातार खंगाल रही है। फिलहाल पुलिस की जांच का रुख इस तरफ है कि अंतिम बार रूपेश की किससे कॉल पर बात हुई।