राजनांदगांव 14 फरवरी 2021
पुष्प प्रकृति के अनुपम उपहार हैं और हमें जीना सिखाते हैं। शांति, खुशी, हर्ष, ऊर्जा, सुंदरता और अभिव्यक्ति के माध्यम हैं पुष्प। आनंद वाटिका में नगर पालिक निगम द्वारा आयोजित दो दिवसीय पुष्प महोत्सव में रंग बिरंगे खुबसूरत फूलों की मोहक छटा बिखरी हुई है। नयनाभिराम फूलों के निराले अंदाज से नगरवासी मंत्रमुग्ध है। फूलों की बहुत सी वेरायटी गेंदा, गुलाब, पिटुनिया, आर्किड, जीनिया, रजनीगंधा, इडिनियम (लिली इम्पाला), गुड़हल, सेवंती, कैलेंडुला, साल्विया, पौम्पी, गजेनिया, डहेलिया, जरबेरा, डायन्थस, ग्लेडियोबस, रेड सेल्विया, कलनचू, सिल्वर प्लांट, पेंजी, एंथोरियम, सूरजमुखी, सेकुलेन्ट प्लांट, वाटर लिली, बोगनविलिया से उपवन गुलजार है।
नगर निगम आयुक्त चंद्रकांत कौशिक एवं उनकी टीम ने पुष्प महोत्सव को मूर्त रूप प्रदान किया और यह भव्य आयोजन संभव हो सका। जिसमें नगरवासी शामिल हुए और प्रकृति से जुड़ाव का संदेश देता यह महोत्सव सार्थक साबित हुआ। फूलों से बने मोर, हिरण, वन भैंसा, नाव, इंडिया गेट, बैलगाड़ी, राम वन गमन पथ के दृश्य मनभावन हैं। आनंद वाटिका की साजसजा और बर्थडे पार्क में रौनक देखते ही बनती है। लोग अपने कम्प्यूटर स्क्रीन के लिए वालपेपर बनाने के लिए फूलों की फोटो खींचते हुए नजर आए, वहीं इस पल को यादगार बनाने के लिए उत्साह से सेल्फी लेते हुए नजर आए। कल-कल करते छोटे-छोटे झरने और ऋषि-मुनियों तथा विविध प्रकार की मूर्तियों से आनंद वाटिका सुशोभित है। शासन की नरवा, घुरूवा, गरूवा, बाड़ी योजना को मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया गया है और जानकारी भी लोगों को उपलब्ध कराई जा रही है।
बोनसाई पौधों की वेरायटी एडिनियम, कैक्टस से बने शिवलिंग, मौलश्री, ब्लैक मनी प्लांट, जैक प्लांट (क्रेसुला), बरगद बोनसाई, कट मनी प्लांट, मिर्ची, नींबू, नारियल में इडिनियम विशेष रहा। वहीं औषधीय पौधे में एलोवेरा, पेरिविंकल, शतावरी, हाथ जोड़, तुलसी एवं अन्य पौधे तथा कांदा
अरबी, जिमी कांदा, डांग कांदा, डंेठी कांदा, अदरक, हल्दी की वेरायटी एवं सब्जी की वेरायटी पर्पल फूलगोभी, पीला एवं सफेद फूलगोभी, ब्रोकली, लाल मूली, भाटा कल्याणी, वीएनआर भांटा ग्राफ्टेड, सेमर कांदा, नागर कांदा, टमाटर साहो, वीएनआर टमाटर एवं लौकी, कटहल, कद्दू की वेरायटी उपलब्ध है। फलों में केला जी 9, चीकू-क्रिकेट बॉल, स्टार फ्रूट, चकोतरा (नीम्बू की प्रजाति), एप्पल बेर, रोजवॉटर एप्पल बेर, पपीता की विभिन्न किस्म सहित विभिन्न फल उपलब्ध थे।