बिलासपुर 20 अप्रैल 2021
होम आइसोलेशन में रहकर डॉक्टर की सलाह और अपने हौसले से रितेश गुप्ता ने कोविड की जंग जीत ली। 29 वर्षीय रितेश गुप्ता प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। वे कहते हैं कि सकारात्मक सोच और संकल्प तथा चिकित्सकों के परामर्श पर भरोसा रखने से आसान होता है रिकवरी का सफर।
उन्होंने बताया कि 20 मार्च को खाना खाने के बाद उन्हें कुछ असहज महसूस हुआ। उनका गला सूख रहा था, शाम होते होते उन्हें बुखार भी आ गया। लक्षणों के आधार पर उन्होंने सिम्स में एंटीजन टेस्ट कराया। उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद उन्होंने आरटीपीसीआर टेस्ट भी करवाया। 24 मार्च को उनको हॉस्पिटल से फोन आया कि उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव है।
होम आइसोलेशन में रहते हुए वे चिकित्सकों से सलाह लेते रहे। उनके परिजनों को भी संक्रमण हो गया था किन्तु लक्षण को पहचान कर तत्काल उपचार लिया और वे भी स्वस्थ हो गए। वह कहतेे हैैंं कि कोरोना से बिल्कुल न घबराएं। चिकित्सकीय परामर्श के साथ मन भी रखें मजबूत तो आसानी से कोरोना से जंग जीती जा सकती है।
रखें सकारात्मक सोच, यह सबसे बड़ी ताकत-
कोविड पीड़ित मरीज यदि समय पर जाँच करा लेते हैं दवा शुरू कर देते हैं होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम द्वारा बताये गए सुझावों का पालन करते हैं और सकारात्मक सोच के साथ दिन बिताते हैं तो वे इस बीमारी को बहुत आसानी से पराजित कर सकते हैं। रोज बड़ी संख्या में मरीज इस बीमारी से ठीक हो रहे हैं। जिसमें अधिकतर घर में होम आइसोलेशन में रहकर ठीक हुए हैं।