रायपुर : छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए लॉक डाउन लगाया गया है और प्रदेश भर में लगे इस लॉक डाउन का असर भी देखने को मिला है की यहाँ अब कोरोना संक्रमण के मामले कम होते जा रहे है. हालाँकि अब जिलों ने धीरे धीरे अनलॉक करना शुरू कर दिया है लेकिन नियमों के साथ. राजधानी रायपुर में भी नियमों के साथ अब दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है , लेकिन शराब दुकानों को अब भी नहीं खोला गया है ताकि भीड़ जमा न हो.
हालाँकि शराब की होम डिलीवरी और ओटीपी दिखाकर शराब दूकान से शराब लेने की छुट दी गई है. सरकार के इस इस आदेश के बाद अब शराब के शौक़ीन ऑनलाइन शराब आर्डर कर ओटीपी लेकर दुकानों में पहुँच रहे हैं इस दौरान भीड़ किसी तरह के कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं कर रही है.
शराब दूकानों के सामने नियम पालन करने के लिए गोल घेरा बनाया गया है लेकिन लोग उसमे खड़े होकर नहीं रहते है बल्कि ओटीपी दिखाने के चक्कर में एक दुसरे के नजदीक खड़े रहते है. नियमों को तोड़ते इन लोगों को कोई समझाइश देने वाला भी शराब दुकान में मौजूद नही रहता है. शराब दूकानों में ओटीपी को दिखाकर शराब लेने वालों की भीड़ को लेकर
भाजपा नेता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि सरकार को शराब बेचने के लिए एक बहाना चाहिए था इसीलिए होम डिलीवरी में दिक्कत का बहाना बनाकर उन्होंने ओटीपी दिखाकर शराब दूकान से शराब देने की शुरुवात की है और इसी का नतीजा है कि वहां भीड़ लग रही है लोग कोरोना नियमों की अनदेखी कर रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार को लोगों की चिंता नहीं है बल्कि अपने राजस्व की चिंता है.
वहीँ कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वो बेवजह के मुद्दे ला रही है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार को शराब दुकान खोलना होता तो कोई बाध्यता नहीं है खोल सकती थी क्यूंकि 70 प्रतिशत दूकाने खुल रही है. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार चाहती तो उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश भाँती शराब दूकान खोल सरकती थी लेकिन सरकार को लोगों की चिंता है इसलिए दूकान नहीं खोला गया है और नियमों का पालन करते हुए ओटीपी के माध्यम से शराब दी जा रही है